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सच्चाई, सेंसर और संवेदनशीलता: फिल्म ‘Phule’
संपादकीय लेख - फिल्म Phule पर सेंसरशिप ने अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता, दलित-आदिवासी इतिहास और भारतीय संविधान की आत्मा पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं। जानिए इस विवाद, फुले-अंबेडकर की विचारधारा, और बहुजन सिनेमा के संघर्षों का गहराई से विश्लेषण।
