बस्तर संभाग में जनजातीय समुदाय न केवल रहते हैं, बल्कि अपनी अद्वितीय परंपराओं और सामाजिक संरचनाओं को जीवित रखे हुए हैं। इन्हीं परंपराओं में से एक है – पत्थलगड़ी।
संपादकीय लेख - फिल्म Phule पर सेंसरशिप ने अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता, दलित-आदिवासी इतिहास और भारतीय संविधान की आत्मा पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं। जानिए इस विवाद, फुले-अंबेडकर की विचारधारा, और बहुजन सिनेमा के संघर्षों का गहराई से विश्लेषण।
महात्मा ज्योतिबा फुले एक क्रांतिकारी समाज सुधारक थे जिन्होंने बालिका शिक्षा, जातिवाद और अंधविश्वास के विरुद्ध आजीवन संघर्ष किया। इस लेख में उनके जीवन की प्रेरणादायक कहानी, विचार और योगदान को समझने का प्रयास करते हैं ।
प्रतिवर्ष लोहंडीगुडा गोलीकांड की 61वीं शहादत दिवस पर विकासखंड लोहंडीगुडा के ग्राम उसरीबेड़ा में स्थापित शहीद स्मारक/स्मृति स्तंभ पर बड़ी संख्या में आदिवासी समुदाय अपने अधिकारों और जल, जंगल, जमीन के संरक्षण और वीर शहीदों के याद में शहीद दिवस के रूप में बना रहा है |
क्या आपने कभी सोचा कि हमारी पृथ्वी का नक्शा हमेशा ऐसा नहीं था जैसा आज हम इसे देखते हैं? आज हम अलग-अलग महाद्वीपों - एशिया, अफ्रीका, ऑस्ट्रेलिया, दक्षिण अमेरिका -…
गौरेया (Passer domesticus) एक छोटी और सामाजिक चिड़िया है, जो मनुष्यों के साथ सह-अस्तित्व में रहती आई है। इसकी लंबाई लगभग 14-16 सेमी होती है, और इसका वजन 24-40 ग्राम…
दंडकारण्य के घने जंगल में बसा बस्तर अपने अद्वितीय जनजाति
कला एवं संस्कृति के लिए विश्व प्रसिद्ध है, यहां की जनजाति समाज घने जंगल,
पहाड़ी एवं दुर्गम स्थानों में निवासरत् है, जिनकी एक विशेष बोली-भाषा, खान-पान,
रहन-सहन, कला-संस्कृति तथा तीज -त्यौहार है।
मनी प्लांट एक लोकप्रिय इनडोर पौधा है, जिसे घरों और ऑफिस में सजावट के लिए इस्तेमाल किया जाता है। इसके हरे-भरे पत्ते न केवल वातावरण को सुंदर बनाते हैं बल्कि इसे वास्तु और फेंगशुई में भी शुभ माना जाता है।